नईदिल्ली( media saheb) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महिला विधायक साधना सिंह द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर सियासत तेज हो गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग भी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए साधना सिंह को नोटिस भेजने की तैयारी में है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि उन्होंने इस मामले को गंभीरत से लिया है और वह सोमवार को साधना सिंह को नोटिस भेजेंगी।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के मुगल सराय से भाजपा विधायक साधना सिंह ने मायावती के सपा के साथ गठबंधन करने को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि मायावती न महिला हैं न पुरुष। वे किन्नर से भी बदतर हैं। साधना सिंह ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए कहा कि जिस पार्टी ने उनका चीर हरण कर निकाल दिया था, मयावती ने उसी पार्टी से गठबंधन कर नारी जाति को कलंकित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह ने मायावती की तुलना वैश्या से की थी। जिसके बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया था। मामला बढ़ता देख प्रशासन ने भी कार्रवाई करते हुए दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
साल 2009 में तत्कालीन यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष और वर्तमान में योगी सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी मायावती पर आपत्तीजनक टिप्पणी की थी। बलात्कार के एक मामले में तत्कालीन यूपी की मायावती सरकार द्वारा मुआवजा दिए जाने को लेकर मुरादाबाद में टिप्पणी करते हुए जोशी ने कहा था कि उनके बलात्कार के बदले यह रकम कम है, इसे मायावती के मुंह पर फेंक देना चाहिए। जोशी के इस बयान से आक्रोशित बीएसपी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने 15 जुलाई 2009 को उनका घर फूंक दिया, जबकि उन्हें मुरादाबाद में मुख्यमंत्री के बारे में अपमानजनक भाषण देने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। (हि.स.)