लखनऊ, (mediasaheb.com)। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रिव्यू पिटिशन दाखिल करने के मुद्दे पर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ( AIMPLB) की बैठक रविवार दोपहर मुमताज पीजी कालेज में शुरू हो गयी। इस बैठक के लिए पहले स्थान नदवा कालेज चुना गया था, जिसे सचिव जिलानी ने ऐन वक्त पर बदल दिया।
बैठक में पहुंचने के लिए AIMPLB की तरफ से सभी सदस्यों को सूचना दी गयी थी। बैठक के शुरू होने तक सिर्फ 10 सदस्य ही पहुंच पाए। इसमें मुख्य रूप से मौलाना अशरफ मदनी, महमूद मदनी, वाहीद रहमानी, असदुद्दीन ओवैसी, खालिद राशिद फिरंगी महली, जफरयाब जिलानी मौजूद हैं। बैठक में दो महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा होनी है जिसमें पहला बिंदु असदुद्दीन ओवैसी की ओर से रखा गया जो पांच एकड़ जमीन ना लेने के संबंध में है। दूसरा बिंदु बोर्ड सचिव जफरयाब जिलानी की तरफ से रखा गया है, जिसमें रिव्यू पिटिशन दाखिल करने पर फैसला होना है।
उधर, बैठक को लेकर उप्र सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए बोर्ड के सदस्य इस तरह की मीटिंग करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देशभर ने माना है। यह बैठक केवल माहौल बिगाड़ने की कोशिश है। देश में अशांति फैलाने के लिए यह बैठक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कर रहा है। ये जांच का विषय है कि बोर्ड को फंड कौन करता है। बिना किसी फंड के एक छोटी सी संस्था पूरे देश के मुसलमानों की रहनुमाई नहीं कर सकती है।