रायपुर(mediasaheb.com) छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल में सबसे प्रभावशाली नाैकर शाह में गिने जाने वाले अमन कुमार सिंह के बाद अब उनकी संविदा कर्मी पत्नी तथा नृत्यांगान पत्नी श्रीमती यास्मीन सिंह के खिलाफ मिली शिकायतों के आधार पर राज्य शासन ने जांच का आदेश दिया है। सरकार ने प्रमुख सचिव रेणु जी पिल्ले को जांच अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही कहा है कि तीन महीने में जांच पूरी करके शासन को रिपोर्ट दी जाए।
शुक्रवार को राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी जांच के आदेश में शिकायतों का ब्योरा दिया गया है। शिकायत में कहा गया है कि श्रीमती सिंह की इंटरनेट पर उपलब्ध प्रोफाइल के अनुसार वे देश की प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना है। विभिन्न वर्षों में उनके द्वारा देश के अनेक भागों में परफारमेंस दिए जाने का भी विवरण है। ये पूर्णकालिक नृत्यांगना हैं। तथा उनके द्वारा कोई भी शासकीय कार्य नहीं किया जाता है। श्रीमती सिंह की नियुक्ति लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में नवंबर 2005 में हुई थी। उनकी यह नियुक्ति सीसीडीयू में संविदा आधार पर की गई थी इनको इस पर बिना योग्यता के सिर्फ अमन सिंह की पत्नी होने के कारण चयनित किया गया था।
हर महीने एक लाख दिया जा रहा था
शिकायत में कहा गया है कि नियुक्ति के समय उन्हें 35 हजार रुपया महीना का मानदेय तय हुआ था बाद में बढ़ाकर गुपचुप तरीके से एक लाख रुपए प्रतिमाह कर दिया गया था। श्रीमती सिंह 14 वर्ष संविदा अधिकारी के रूप में कार्यरत थीं, लेकिन उनका ज्यादातर कार्य नृत्यांगना के रूप में प्रचारित होता था। उन्हें तत्कालीन राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा अत्याधिक मानदेय पर नृत्य के लिए आमंत्रित किया जाता था। जब छत्तीसगढ़ के अनेक वरिष्ठ कलाकार काम के लिए तरसते थे तब उनके एक कार्यक्रम के लिए डेढ़ दो लाख रुपए दिया जाता था। जांच के आदेश में यह उल्लेख भी है कि 2005 में संविदा नियुक्ति के बाद लगातार 10 दिसंबर 2018 तक इनकी संविदा बढ़ाई गई लेकिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास इनके कार्य,अवकाश, नृत्य प्रदर्शन, हेतु अनुमति आदि की कोई जानकारी नहीं है। राज्य सरकार ने यास्मीन सिंह के खिलाफ मिले शिकायती पत्र में सामने आए तथ्यों,बिदुओं के आधार पर जांच का काम प्रमुख सचिव रेणु जी पिल्ले को सौंपा गया है। जांच के लिए तीन महीने का समय तय किया गया है। यह आदेश सामान्य प्रशासन विभाग की सचिव रीता शांडिल्य के हस्ताक्षर से जारी हुआ है।