नई दिल्ली, (media saheb) आर्थिक संकट का सामना कर रही कंपनी जेट एयरवेज ने सोमवार को संकट से उबरने के लिए शेयरहोल्डरों को एक प्रस्ताव दिया है। इसके तहत अब कंपनी अपने कर्ज को शेयर में बदलकर इसे बाजार में बेचना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी के शेयरहोल्डरों की बैठक आगामी 21 फरवरी को होने वाली है और इस बैठक का अहम मुद्दा यही रहेगा। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी ने अपने कर्जदाताओं से भी कहा है कि वे अपनी ओर से निदेशक को नामित कर दें। यानी कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल कंपनी की डोर अब अपने हाथों तक ही सीमित नहीं रखना चाहते।
उल्लेखनीय है कि जेट एयरवेज के आर्थिक हालत लगभग एक साल से खस्ता हैं। यहां तक कि कंपनी अपने पायलटों को समय से वेतन भी नहीं दे पा रही है। इसको लेकर डीजीसीए ने आपत्ति भी जताई थी कि इससे पायलटों के कार्य क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है और दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं। आर्थिक संकट से कंपनी को उबारने के लिए नरेश गोयल हाथ पैर मारते रहे हैं। उन्होंने फंड को लेकर टाटा कंपनी से भी बात की थी लेकिन कंपनी नरेश गोयल के साथ काम करने के लिए तैयार ही नहीं हुई। वही हाल लगभग अंबानी का भी रहा।
उन्होंने भी कह दिया कि नरेश गोयल के साथ काम नहीं करेंगे। उल्लेखनीय है कि सितंबर माह में कंपनी के एक शेयरहोल्डर अरबिंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत देकर कहा था कि कंपनी में कई सेवा निवृत सरकारी नौकरशाह काबिज हो गए हैं और एतिहाद एयरवेज के साथ कंपनी की साझेदारी भी संदेहास्पद है, इसलिए मामले की जांच करवाई जाए।
इस मामले में हिन्दुस्थान समाचार की ओर से कंपनी के निगमीय संचार प्रमुख रागिनी चोपड़ा से किए गए प्रश्न का जवाब देना उन्होंने वाजिव नहीं समझा। उधर, इस खबर को लेकर जेट एयरवेज के शेयर में सोमवार को 3.2 फीसदी का उछाल आ गया।(हि.स.)।