दुर्ग (mediasaheb.com) । धनोरा में 4 वर्षीय स्कूली बच्चे के अपहरणकर्ता पुलिस के शिकंजे में आ गए हैं. मामले में दुर्ग पुलिस ने एक महिला समेत चार आरोपियों को हिरासत में लिया है. जिन लोगों के हिरासत में लिया गया है. चारों संदेहियों से महिला अधिकारियों और अन्य अधिकारियों की टीम लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.
सूत्रों के मुताबिक बच्चे के अपहरण कांड की साजिश और किसी ने नहीं बल्कि बच्चे के पिता चंद्रशेखर साहू के जिगरी दोस्त और पड़ोस में रहने वाले राजा साहू उर्फ राजू साहू ने ही रची थी. राजू पेशे से ड्राइवर है, जो कि अक्सर बाहर आना जाना करता है.
चंद्रशेखर साहू का पड़ोसी होने की वजह से आरोपी का उसके घर आना जाना लगा रहता था. आरोपी को चंद्रशेखर की पारिवारिक और आर्थिक पृष्ठभूमि की भंलीभांति जानकारी थी. बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले बच्चे के पिता ने जमीन बेची थी. जिसकी उसकी पूरी जानकारी थी. पैसों की लालच में उसने बच्चे के अपहरण कर फिरौती की योजना बनाई.
सूत्रों के मुताबिक पैसों के लालच में उसने पूरी साजिश रची और तीन अन्य साथियों ग्राम कोपेडीह (सोमनी) निवासी चंद्रेश साहू और बोरसी का हेमू साहू के अलावा एक और शख्स के साथ मिलकर योजना बनाई.
पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि बच्चे का अपहरण कर कोपेडीह में रखा गया था. पुलिस कोपेडीह के चंद्रेश की पत्नी से भी पूछताछ कर रही है. अपने घर वापस आने के बाद मौलिक ने एक आंटी के डांटने का जिक्र किया था.
ऐसे पहुंची पुलिस आरोपियों तक
मौलिक की बुआ के पास आए एक अज्ञात युवती के आए कॉल को पूरे मामले से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि युवती ने मौलिक के संबंध में कोई बात नहीं की थी लेकिन उसने खुद को राजनांदगांव का रहने वाला बताया था. बातचीत के बाद से ही युवती का नंबर स्विच ऑफ आ रहा है.
पुलिस के मुताबिक उन्होंने अपहरणकर्ताओं को राजनांदगांव की तरफ जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा था जिसके बाद पुलिस इसे मामले से जोड़कर देख रही थी. काल डिटेल के बाद संभवतः मोबाइल का लोकेशन के आधार पर पुलिस ने सोमनी क्षेत्र के आसपास घेराबंदी की थी. जिसके कारण अपहरणकर्ताओं को बच्चे को छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। बहरहाल इस मामले में पुलिस जल्द ही खुलासा करने जा रही है.