रायपुर ( mediasaheb.com) । भारतीय जनता पार्टी (#BJP ) के प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि प्रदेश के कांग्रेस सरकार (#Congress Govt. ) के एक साल का कार्यकाल राजनीतिक प्रतिशोध का रहा है। श्री उसेेंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार (#State Govt. ) के काम की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ बदलापुर से शुरू हुई और डॉ. रमन सिंह के खिलाफ फिर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई के साथ एक साल इस सरकार ने पूरा किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि पूरे सालभर प्रदेश (#State ) के मुख्यमंत्री (#CM ) और कांग्रेस नेता मनगढ़ंत और झूठे- आरोप लगाकर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार के चरित्र-हनन में ही लगे रहे। प्रदेश सरकार की बदनीयती, कुनीतियों और नेतृत्व की वैचारिक- दीवालियापन ने छत्तीसगढ़ (#Chhattisgarh ) को बदहाल कर रखा है। किसानों को ठगने वाली प्रदेश सरकार को अपने एक साल पूरा होने का जश्न नहीं, मातम मनाना चाहिए क्योंकि इस एक साल में प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदहाली सेे नागरिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा दांव पर लगी है। केवल तबादला उद्योग चलाकर कमीशनखोरी इस सरकार का राजनीतिक चरित्र रहा है। वादाखिलाफी की जो मिसाल इस सरकार ने पेश की है, उसे पूरा प्रदेश भोग रहा है। शराबबंदी, बेरोजगारी भत्ता, किसानों की पूरी कर्जमाफी, बकाया बोनस भुगतान, 25 सौ रुपए क्विंटल की दर पर धान खरीदी जैसे तमाम मुद्दों ने प्रदेश में जन-असंतोष को जन्म दिया है, और प्रदेश सरकार ऐसे माहौल में अपनी सालगिरह का जश्न मनाना समझ से परे हैं। श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश पर हजारों करोड़ रुपये का कर्ज लादकर प्रदेश के खजाने को लुटाकर इस राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ को कंगाली के कगार पर ला खड़ा किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री उसेंडी ने कहा कि प्रदेश सरकार के पास एक साल में गिनाने के लिए एक उपलब्धि तक नहीं है। विकास के काम ठप पड़े हैं, जो काम पूर्ववर्ती सरकार ने शुरू किए थे, उन्हें रोक दिया गया। राजनीतिक दुराग्रह से भरी इस प्रदेश सरकार ने अपनी तो कोई लकीर खींची नहीं, उल्टे केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (#Narendra Modi ) की सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं या तो बंद कर दी, या फिर उनमें भी अड़ंगा डालने का काम किया है। श्री उसेंडी ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा राज्य सरकार ने 15 वर्षों के अपने सुशासन में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में उपलब्धियों की जो लकीर खींची थी, मौजूदा भूपेश सरकार उनके मुकाबले एक सेंटीमीटर लंबी लकीर खींचने में भी नाकारा साबित हुई है।