रायपुर (mediasaheb.com) । दंतेवाड़ा के विधायक रहे भीमा मंडावी हत्या मामले में पुलिस को शुरुआती जांच में क्लीन चिट मिल गयी है। जस्टिस सतीश के अग्निहोत्री जांच कमेटी ने भीमा मंडावी की हत्या की प्रारंभिक जांच में सुरक्षा चूक को वजह नहीं बताया है। न्यायिक आयोग ने किसी तरह के षड़यंत्र से भी इंकार किया है। आपको बता दें कि उपभोक्ता फोरम दफ्तर में जस्टिस सतीश के अग्निहोत्री ने सुनवाई रखी थी, लेकिन इस मामले में एक भी गवाह अपना बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचा।
जस्टिस अग्निहोत्री ने बताया कि इस मामले में 11 लोगों को बयान दर्ज कराना था, लेकिन कुछ लोग दुर्घटना का शिकार हो गये, तो कई कुछ अन्य वजहों से अपना बयान देने नहीं पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में ना तो सुरक्षा की चूक और ना ही साजिश की बात सामने आयी है।
इस मामले में अब 12 अक्टूबर को सुनवाई होगी। प्रारंभिक रिपोर्ट में भीमा मंडावी की मौत को खुद से की गयी सुरक्षा में लापरवाही बतायी गयी है। हालांकि जस्टिस अग्निहोत्री ने बताया है कि कुछ बिंदुओं पर जांच होना अभी बाकी है, लिहाजा पूरी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगा।
ज्यूडिशिय कमीशन ने इसे पूरी तरह से नक्सली घटना बताया है। आपको बता दें कि 25 अप्रैल को राज्य सरकार ने भीमा मंडावी मर्डर मामले की जांच के लिए जस्टिस सतीश कुमार अग्निहोत्री की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया था। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी।