–नितिन गडकरी, कैलाश विजयवर्गीय और सुनील देवधर अप्रवासी भारतीयों का समर्थन जुटाने अमेरिका पहुंचे
लॉस-एंजेल्स, (mediasaheb.com) भारत में आगामी लोकसभा चुनावों का असर भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका में भा देखा जा रहा है। पूरे अमेरिका में जगह-जगह कार रैली, चौकादार मार्च और चाय पर चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। गत दिनों न्यू जर्सी के वुडब्रिज में चौकादार मार्च का आयोजन किया गया। वहीं वर्जीनिया में अप्रवासी भारतीयों ने कार रैली का आयोजन किया जो कि वर्जीनिया से शुरू होकर एलडी हरडॉन पर जाकर समाप्त हुई।
कार रैली के बाद ‘सिख्स ऑफ अमेरिका’ के अध्यक्ष कवलजात सिंह सोनी ने अपने पांच साल के कार्यकाल में सिख समुदाय की मदद करने और उनकी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी नेता ने वैश्विक स्तर पर सिखों के लिए उतना काम नहीं किया जितना मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि हम सब चाहते हैं कि मोदी सत्ता में वापस आ जाएं।
सागरपारीय भाजपा मित्र मंडल के उपाध्यक्ष आद्या प्रसाद ने कहा कि यहां का अप्रवासी समुदाय चाहता है कि मोदी फिर से सत्ता में वापस आएं क्योकि उन्होंने अपने कार्यकाल में न केवल भारत में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई बल्कि वौश्विक स्तर पर भी बहुत से ऐसे काम किए जिससे हम भारतवंशियों को सम्मान बढ़ा है। न्यू जर्सी के बुडब्रिज से चौकीदार मार्च निकाला गया जिसमें लोगों ने ‘हम भी चौकादार’ के नारे लगाए। यहां सागरपारीय भाजपा मित्र मंडल के अध्यक्ष कृष्णा रेड्डी ने कहा कि हम सब भारतवंशियों में मोदी को दोबारा भारत का प्रधानमंत्री बनते देखने की जबरदस्त आकांक्षा है। इस चौकीदार मार्च में अलग-अलग समुदाय को लोगों ने विभिन्न भाषाओं जैसे कि मलयालम, तेलुगू, तमिल, कन्नड़, गुजराती और मराठी में मोदी के समर्थन में नारे लगाए।
पिछले दिनों भाजपा नेता नितिन गडकरी और कैलाश विजयवर्गीय ने सान फ्रांसिस्को में अप्रवासी भारतीयों के समारोह को संबोधित किया जबकि सुनील देवधर ने शिकागों में अप्रवासी भारतीयों के सम्मेलन को संबोधित किया। न्यू जर्सी के पैरामस में चाय पर चर्चा का आयोजन किया गया। इसमें न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क के अप्रवासी भारतीयों ने भाग लिया। पूरे अमेरिका में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें डेटरॉइट, पिट्सबर्ग, बॉस्टन, कोलम्बस, शिकागो, एटलांटा, टंपा ह्यूस्टन, ऑस्टिन, लॉस एजेल्स, सान-फ्रांसिस्को, सीटल शामिल हैं।( हि.स. )