पुणे
मध्यप्रदेश रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (मेपकास्ट) के संस्थापक एवं जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वरिष्ठ डिप्टी डॉयरेक्टर जनरल डॉ. के. एस. मिश्रा का दिनांक 26-05-2025 को 81 वर्ष की आयु में पुणे में निधन हो गया है। डॉ. मिश्रा द्वारा भारतीय रिमोट सेंसिंग तकनीक में महत्वपूर्ण योगदान दिया तथा मध्यप्रदेश में रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर के संस्थापक प्रभारी रहे, उनके मार्गदर्शन में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की अनेक परियोजनाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। डॉ. मिश्रा, कैनेडियन सरकार लेबोरेट्री विजिटिंग फेलो कनाडा सेन्टर फॉर रिमोट सेन्सिंग ओटावा में रडार सेट प्रोजेक्ट में अनेक वर्षों तक कार्यरत रहें, उन्होंने कनाडा में स्ट्रक्चरल जियोफिजिक्स, नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट एवं रिमोट सेसिंग आदि के क्षेत्र में भी कनाडा सरकार को महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. के. एस. मिश्रा ने 1983 में मेनीटोबा विश्वविद्यालय, कनाडा से रिमोट सेन्सिंग उपयोग में पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की। डॉ. मिश्रा भारत सरकार के तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में कन्सल्टेन्ट के पद पर कार्यरत रहे। कुछ समय पूर्व तक वे देहरादून में यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एण्ड एनर्जी में डिस्टिंविश्ट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे।
रिमोट सेंसिंग सेन्टर में मध्यप्रदेश के भूमि उपयोग मानचित्रकरण, वेस्ट लेण्ड मानचित्रण, भूजल संभावित क्षेत्रों का मानचित्रण आदि परियोजनाओं का कार्य आपके मार्गदर्शन में सम्पन्न किया गया।
डॉ. के. एस. मिश्रा के निधन पर मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के वैज्ञानिकों डॉ. अनिल कोठारी, महानिदेशक, डॉ. विवेक कटारे, कार्यकारी संचालक, डॉ. प्रवीण कुमार दिघर्रा, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख प्रशासन, श्री तस्नीम हबीब, सलाहकार, डॉ. अनिल खरे, श्री पराग भल्ला, सलाहकार एवं समस्त वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जी. डी. बैरागी, श्री डी. के. सोनी, डॉ. कपिल खरे, डॉ. रवि भारद्वाज, डॉ. आलोक चौधरी, श्री निरंजन शर्मा, श्री हरिनटराजन, श्री एस. ए. रजा तथा डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. आर. के. सिंह, डॉ. मनीषा ज्योतिषी, डॉ. सरोज बोकिल, डॉ. जे. पी. शुक्ला, डॉ. एन. के. तिवारी, श्री मुकेश साहू, श्रीमती किरण कानूनगो, श्रीमती मधुमिता तिवारी आदि ने अपनी शोक संवेदनाएं प्रेषित की हैं।