मुजफ्फरपुर
जिले के देवरिया थाना क्षेत्र के बंगरा गांव में पुलिस द्वारा महिलाओं पर की गई कथित बर्बर पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार देर शाम पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे। उन्होंने महिलाओं से मिलकर उन्हें ढांढ़स बंधाया और घटना की तीखी निंदा की।
सांसद पप्पू यादव ने इस दौरान मौके से ही एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को फोन कर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस जनता की रक्षक है, भक्षक कैसे बन गई? उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाना प्रशासन की जिम्मेदारी है और वे इस मामले में पूरी मजबूती से पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।
क्या है मामला?
देवरिया थाना क्षेत्र के बंगरा गांव में कई थानों की पुलिस टीम पर आरोप है कि उन्होंने 14 मई की रात गांव में घुसकर महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार किया और बेरहमी से उनकी पिटाई की। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने जाति पूछकर महिलाओं को निशाना बनाया और बर्बरता की सारी सीमाएं लांघ दीं। इस घटना में आधा दर्जन से ज्यादा महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं।
मामला सामने आने के बाद राजद की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा था। पुलिस ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है और ग्रामीण एसपी विद्यासागर को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। फिलहाल इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यह घटना जलियांवाला बाग से भी ज्यादा अमानवीय है। आखिर किस अपराध और वारंट के तहत रात के अंधेरे में पुलिस ने घरों में घुसकर ऐसा बर्ताव किया? इससे पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठते हैं। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाया जाए।