पटना
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बाद अब जनत दल यूनाईटेड के नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी पर प्रशांत किशोर ने बड़ा आरोप लगा दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अशोक चौधरी ने 200 करोड़ की बेनामी संपत्ति खरीदी है। इधर, मंत्री अशोक चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर अनाप-शनाप बोल रहे हैं। मैंने मानहानी का नोटिस भेजा है, इसलिए बौखलाहट में हैं। अब दोनों नेताओं के इन बयानबाजी से बिहार की सियासत गरमा गई है।
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार शाम को प्रेस वार्ता के दौरान अशोक चौधरी पर कई आरोप लगाए। कहा कि अशोक चौधरी मुख्यमंत्री के दाहिने हाथ हैं और इन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बना दिए हैं। इन्होंने अपने पर्सनल सेक्रेटरी योगेंद्र दत्त के नाम पर साल 2019 में 23 कट्ठा जमीन खरीदा गया। योगेन्द्र दत्त ने दो साल बाद उस जमीन को अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी के नाम 34 लाख रुपये में ट्रांसफर कर दिया। लेकिन उनको अकाउंट से सिर्फ 10 लाख रुपये दिए गए। बाद में इनकम टैक्स के नोटिस पर इन्होंने 27 अप्रैल 2025 को इनकम टैक्स नोटिस से बचने के लिए योगेंद्र दत्त को 25 लाख रुपये फिर ट्रांसफर किए?
'इस ट्रस्ट के माध्यम से जमीनों की खरीद की गई'
प्रशांत किशोर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कि अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी की जब सगाई हुई, उसके बाद स्वर्गीय किशोर कुणाल के परिवार से जुड़े मानव वैभव विकास ट्रस्ट के माध्यम से करीब 200 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी है। हमारे पास इस ट्रस्ट के खिलाफ सबूत नहीं है, लेकिन शांभवी चौधरी के सायन कुणाल से सगाई के बाद ही इस ट्रस्ट के माध्यम से जमीनों की खरीद की गई। पिछले दो साल में सगाई से शादी के बीच कुल 38.44 करोड़ रुपये की पांच जमीनें खरीदी गई जिसका चेक से पेमेंट किया गया। इन सभी जमीनों का मालिकाना हक अशोक चौधरी और ट्रस्ट से जुड़े लोगों के पास हैं।
'हाल के दिनों में इतनी जमीन की खरीद क्यों की गई है?'
प्रशांत किशोर ने सवाल पूछते हुए कहा कि अशोक चौधरी को बताना चाहिए कि इस ट्रस्ट से उनका क्या लेना देना है? अगर कोई लेना देना नहीं है तो ट्रस्ट से जुड़ी अनीता जी जो किशोर कुणाल की पत्नी हैं, उनके अकाउंट से अशोक चौधरी की पत्नी के अकाउंट में रुपये क्यों ट्रांसफर हुए हैं? यह सब रिकॉर्ड हमारे पास है। साथ ही इस ट्रस्ट से जुड़े लोगों जिनमें अनिता जी, पूर्व ब्यूरोक्रेट जियालाल आर्या और मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की माताजी जैसे लोग भी हैं, उनको बताना चाहिए कि ट्रस्ट के माध्यम से अचानक हाल के दिनों में इतनी जमीन की खरीद क्यों की गई है?
'मंत्री बोले- बिना साक्ष्य के ही झूठे आरोप लगा रहे पीके'
इधर, मंत्री अशोक चौधरी ने प्रशांत किशोर के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर बौखलाहट में हैं। वह सिर्फ झूठे आरोप लगा रहे हैं। इनका साक्ष्य वह दे ही नहीं सकते हैं। मैंने कुछ गलत नहीं किया है। मेरा सबकुछ जनता जानती है। सब कुछ पब्लिक डोमेन में है। मैं हर साल आईटी रिटर्न दाखिल करता हूं। मैंने अपनी कोई संपत्ति नहीं छिपाई है। मैं क्या जवाब दूं? यह तो अजीब बात है कि किसी के खिलाफ जो मन में आए, वह बोल दीजिए। अशोक चौधरी ने कहा कि मैंने हाल में ही प्रशांत किशोर पर मानहानी का नोटिस भेजा था। इसके बाद से वह बौखलाए हुए है। इसी बौखलाहट में वह अनाप-शनाप बोल रहे हैं।