सनातन धर्म में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व बताया गया है. यह नौ दिवसीय पावन पर्व माता दुर्गा और उनकी नौ शक्तियों की आराधना का काल माना जाता है. मान्यता है कि इस अवधि में सच्चे मन से उपासना करने से भक्त की मनोकामना जल्द पूरी होती है और जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का संचार होता है. इस साल शारदीय नवरात्र का शुभारंभ 22 सितंबर से हो चुका है और इसका समापन 1 अक्टूबर को होगा.
ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्र के दिनों में यदि तुलसी के पौधे से जुड़े कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन की कई कठिनाइयों से मुक्ति मिल सकती है. तुलसी को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र स्थान प्राप्त है. इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है और घर में तुलसी का होना स्वयं में ही शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. आइए जानते हैं नवरात्र में तुलसी पूजन से जुड़े कुछ खास उपाय और उनके चमत्कारी लाभ.
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ेगा
नवरात्र के नौ दिनों में रोजाना तुलसी माता के पौधे के पास घी या तेल का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है. यह उपाय घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है. दीपक जलाने से घर में शांति, सुख और सौभाग्य का वास होता है.
दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ेगी
नवरात्र में तुलसी माता की पूजा करते समय उन्हें लाल चुनरी पहनाना और उनके पास शृंगार सामग्री जैसे कुमकुम, चूड़ी, बिंदी आदि अर्पित करना अत्यंत फलदायी होता है. यह उपाय विशेष रूप से दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने वाला माना गया है. पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम और समझ बढ़ती हैॉ और घर-परिवार में सौहार्द का वातावरण बनता है.
आर्थिक तंगी दूर होगी
यदि लंबे समय से आप आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो नवरात्र के दिनों में यह उपाय विशेष रूप से लाभकारी माना गया है. लाल कपड़े में तुलसी की कुछ पत्तियां बांधकर अपनी तिजोरी या धन रखने की जगह पर रखें. ऐसा करने से धन संबंधी परेशानियों का निवारण होता है और धीरे-धीरे धन-संपत्ति की वृद्धि होने लगती है. यह उपाय घर में स्थायी लक्ष्मी के वास का भी प्रतीक माना गया है.