इंदौर
आसमान छू रहे सोने और चांदी की कीमतों के चलते देश भर में इसे सबसे सुरक्षित निवेश माना जा रहा है. यही वजह है कि 1 महीने में चांदी की कीमतों में करीब 65000 की वृद्धि हो चुकी है. वहीं, सोना भी 10000 की उछाल पर है. चांदी की कीमतें बढ़ाने की एक वजह इसके विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक आइटम और अन्य संसाधनों में उपयोग है. जिसके कारण चांदी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं.
निवेशकों में सोने चांदी की डिमांड
देश में त्योहारी सीजन और शादियों के बाद भी सोने और चांदी की कीमत तेजी से बढ़ रही है. बीते 1 महीने में सराफा बाजार की धारणा पर गौर किया जाए, पता चलता है कि बड़े-बड़े निवेशकों के बीच सोने और चांदी की बंपर डिमांड है. जिसके चलते फिलहाल प्रदेश के सबसे बड़े इंदौर सराफा बाजार में चांदी प्रति किलो 2 लाख 2000 और सोना 134500 प्रति तोले के भाव पर पहुंच गया है.
प्रॉपर्टी सेक्टर में निवेश पड़ा ठंडा
सराफा बाजार में अन्य वस्तुओं के ग्राहक बिल्कुल घट गए हैं, लेकिन सोने चांदी की थोक खरीदी वाले बुलियन मार्केट में केडबरी और पांसे की बिक्री जोरों पर है. इधर रियल एस्टेट मार्केट और प्रॉपर्टी में निवेश करने वाले लोग भी अब सोने और चांदी को सबसे सुरक्षित निवेश मान रहे हैं. इसके चलते भी भाव बढ़ रहे हैं. वहीं, इन दिनों पूरा प्रॉपर्टी सेक्टर खरीदी बिक्री के लिहाज से बिल्कुल ठंडा है.
सोना को सबसे सुरक्षित निवेश मान रहे ग्राहक
इंदौर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकुमचंद सोनी बताते हैं कि "सोने और चांदी के भाव में लगातार वृद्धि हो रही है. इसलिए कोई भी निवेशक इसी में निवेश कर रहा है. यदि भाव में वृद्धि के यही हाल रहे, तो कुछ दिनों में ही प्रति किलो चांदी की कीमत ढाई लाख रुपए हो जाएगी और सोना डेढ़ लाख रुपए तोला तक पहुंच जाएगा. वैसे भी सोना ग्राहकों के बीच सबसे सुरक्षित निवेश माना जा रहा है, जो खरीदी के लिहाज से पहली पसंद बना हुआ है."
इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में चांदी के इस्तेमाल से बढ़ रहा रेट
ज्वेलरी के फुटकर विक्रेता वसंत सोनी बताते हैं कि "शादियों के सीजन में सोने और चांदी की जमकर खरीदारी हुई है, लेकिन फिलहाल बाजार ठंडा है. चांदी की थोक खरीदारी आभूषणों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में हो रही है, जिसके चलते भाव में लगातार उछाल बना हुआ है."


