बरेली
बरेली के जोगी नवादा में पिछले सप्ताह हिंदू पक्ष के लोगों ने ताजियेदारों का माला पहनाकर स्वागत किया था। अब मुस्लिम पक्ष ने सावन के पहले दिन कांवड़ियों पर फूल बरसाए हैं। दो समुदाय के लोगों ने गले मिलकर सौहार्द की मिसाल पेश की है।
बरेली में मिश्रित आबादी के जिस जोगी नवादा इलाके में दो साल से सांप्रदायिक विवाद और तनातनी का माहौल था, वहां शुक्रवार को अमन के माहौल में सौहार्द के फूलों की बारिश हुई। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव और इंस्पेक्टर बारादरी धनंजय पांडेय की अगुवाई में जोगी नवादा की उसी शाहनूरी मस्जिद के पास कांवड़ियों के पहले जत्थे पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा की, जहां दो साल पहले दोनों समुदाय के लोगों में पथराव के बाद पुलिस को लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। शिवनंदन शर्मा के इस जत्थे में करीब डेढ़ सौ कांवड़िये नाचते गाते हरिद्वार के लिए रवाना हुए।
कांवड़ियों पर करीब पचास मुस्लिम भाइयों ने पुष्प वर्षा की। साथ ही फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। सीओ समेत पुलिस टीम को भी फूलमाला पहनाई गईं। इससे पहले मुस्लिम भाइयों ने शाहनूरी मस्जिद में नमाज अदा की थी। इसके थोड़ी देर बाद ही भोले के जयकारे लगाते कांवड़िये पहुंचे तो उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
कांवड़ जत्थे के साथ पुलिस अधिकारी व मुस्लिम समाज के कई लोग पैदल चलते हुए वनखंडी नाथ मंदिर तक आए और अच्छी यात्रा के लिए कांवड़ियों को शुभकामनाओं के साथ विदाई दी। बता दें कि पिछले सप्ताह हिंदू पक्ष के लोगों ने यहां ताजियेदारों पर फूल बरसाए थे।
दो साल पहले हुआ था बवाल
दो साल पहले इसी जगह पर कांवड़ यात्रा के दौरान खासा बवाल हो गया था। तब तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने माहौल बिगड़ता देखकर लाठीचार्ज के आदेश दिए थे। हवाई फायरिंग भी हुई थी।
बवाल के बाद एसएसपी का तबादला कर थानेदार समेत कई को निलंबित कर दिया गया। अब माहौल बेहतर हुआ है। पिछले सप्ताह ताजिया निकलने के दौरान मौर्य गली में हिंदू पक्ष के लोगों ने स्वागत में फूलों की वर्षा की थी।