शहडोल
संभागीय मुख्यालय के आसपास चालीस किलोमीटर के क्षेत्र में तीन दिन से चार जंगली हाथियों का मूवमेंट बना हुआ है। मंगलवार की साम तक हाथियों का दल बुढ़ार वन परिक्षेत्र के धनपुरा पहुंच गया था और एक गन्ने के खेत में रुका था,जिसकी निगरानी वन विभाग की टीम कर रही है। मंगलवार की रात में हाथी हर्री गांव में घुस गए थे,जहां चार कच्चे मकानों में तोड़फोड़ करते हुए अंदर रखा अनाज खा लिया है।
उधिया गांव में घुस गए और वहां भी खेतों में लगे भुट्टे एवं अन्य फसल को खाया और रौंदते हुए चले गए।मंगलवार की रात में तो शहडोल बुढार हाइवे में आ गए थे,जिसके कारण कुछ देर तक सड़क पर आवागमन भी बंद करना पड़ा था।रात भर 15 घंटे में चार गांव की बस्ती से गुजरते हुए हाथियों ने 30 किलोमीटर का सफर तय करते हुए कई घरों व खेतों को नुकसान पहुंचा है।हां इतना जरुर है कि जन हानि नहीं पहुंचाई है,जबकि लोगों ने इन्हें खूब छेड़ा है,लेकिन ये आक्रामक नहीं हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि 12 जुलाई की रात में हाथियों का यह दल विचारपुर नर्सरी पहुंचा था और सिंहपुर रोड पार करते हुए,रात में कंचनपुर ,हर्री एवं धुरवार गांव की बस्ती के बीच से हो कर हाथी गुजरे हैं। शहडोल बुढार हाईवे पर धुरवार टोल प्लाजा के पास हाथी पहुंच गए थे, जिसकी वहज से कुछ समय के लिए रास्ता बंद हो गया था।
मंगलवार की सुबह चारों हाथी उधिया बस्ती के अंदर प्रवेश किया और फसलों को खाते राैंदते हुए सुबह 10 बजे तक इसी क्षेत्र में विचरण कर रहे।
इसके बाद धीरे-धीरे बस्तियों के पास से होते हुए बुढ़ार क्षेत्र के धनपुरा गांव पहुंच गए हैं और गन्ने के खेत में रुके हैं। जिला प्रशासान और पुलिस के अधिकारियों के साथ वन विभाग का अमला हाथियों पर नजर बनाए हुए है और लोगों को सर्तक कर रहा है कि हाथियों के पास न जांए। वनपरिक्षेत्र अधिकारी शहडोल रामनरेश विश्वकर्मा ने बताया कि मंगलवार की साम को हाथी धनपुरा गांव बुढ़ार पहुंच गए हैं।