पटना
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए बताया है कि कुछ निजी व्यक्ति, शिक्षक और कोचिंग संस्थान अपने नाम के साथ "BPSC" शब्द जोड़कर और आयोग का लोगो इस्तेमाल कर आयोग से जुड़ा होने का भ्रम फैला रहे हैं।
आयोग ने कहा है कि ऐसा करना पूरी तरह से गलत और गैरकानूनी है। इससे छात्रों को धोखा दिया जा रहा है और कुछ लोग अपने फायदे के लिए आयोग का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं।
आयोग ने कुछ उदाहरण भी साझा किए हैं, जिनमें ऐसे नाम शामिल हैं जो BPSC से किसी भी रूप में अधिकृत या मान्यता प्राप्त नहीं हैं। ये उदाहरण इस प्रकार हैं:
Abhinav Bpsc
Maharshi Mehi Bpsc (Indrabhushan Jaiswal)
Ajeet Patna Bpsc
Abhinav Bpsc
Bpsc Raja Bhai
Bpsc Raman
Bpsc Aspirants RK
Bpsc Aspirant
Bpsc Coaching
Bpsc Kumar Nitish
दोषी कोचिंग संस्थानों पर होगी सख्त कार्रवाई
आयोग ने कहा है कि ऐसे तत्व छात्रों को भ्रमित कर अपनी वैधता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह से गैरकानूनी और अनधिकृत है। आयोग ने सभी ऐसे लोगों और प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी है कि वे तुरंत BPSC का नाम और लोगो का दुरुपयोग बंद करें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही आयोग ने छात्रों और युवाओं को आगाह करते हुए स्पष्ट किया है कि कोई भी निजी व्यक्ति, शिक्षक, कोचिंग संस्थान या प्रशिक्षण केंद्र आयोग के नाम और लोगो का उपयोग करने के लिए अधिकृत नहीं है, और न ही उन्हें ऐसी कोई अनुमति दी गई है। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे केवल BPSC की आधिकारिक वेबसाइट और अधिसूचनाओं पर ही भरोसा करें और किसी भी भ्रमक प्रचार से सावधान रहें।