भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बार साबित किया कि वे राजा विक्रमादित्य को आदर्श क्यों मानते हैं। अपने चिर-परिचित अंदाज में उन्होंने एक बार फिर सुनवाई की और फैसला ऑन द स्पॉट किया। उन्होंने एक युवक की गुहार पर वहीं खड़े-खड़े मामले के दोषी की गिरफ्तारी के आदेश दिए।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि दोषी को तत्काल हवालात में बंद करें। इसके बाद उन्होंने युवक को गले से लगाकर मदद का आश्वासन दिया। दरअसल, यह मामला एक फॉर-व्हीलर से जुड़ा है। पीड़ित युवक का आरोप है कि उसे कंपनी ने गलत गाड़ी बेची है। सीएम डॉ. यादव के निर्देश के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीएम डॉ. यादव के यह अंदाज सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रतलाम में एक जगह जनता से संवाद कर रहे थे। इस बीच पूनम चंद नाम का शख्स अपनी फरियाद लेकर उसके पास आया। उसे देखते ही सीएम डॉ. यादव ने अपने पास बुलाया और मामला पूछा। युवक ने बताया कि मसला उसकी गाड़ी का है। उसने फायनेंस पर 8 लाख 32 हजार की फॉर-व्हीलर ली थी। इस पर वह 9 लाख 86 हजार दे भी चुका है। बेचने वाली कंपनी ने बॉडी बदलकर एक साल पुरानी गाड़ी मुझे दे दी। मेरे साथ बहुत बड़ा धोखा हो गया।
भावुक कर देने वाला पल
युवक की बात सुनकर सीएम डॉ. मोहन यादव तत्काल एक्शन में आए और फैसला ऑन द स्पॉट किया। उन्होंने वहीं खड़े पुलिस अधिकारी को दोषी युवक को हवालात में बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जिसने भी यह फ्रॉड किया है उसे 420 की धारा में गिरफ्तार करें। उसके बाद उन्होंने युवक के साथ कुछ समय बातचीत की और उसे गले से लगा लिया। उनके इस अंदाज की वहां मौजूद लोगों ने जमकर तारीफ की। लोगों ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को सीएम डॉ. मोहन की तरह ही होना चाहिए। सरकार को गरीबों की इसी तरह तत्काल मदद करनी चाहिए।