लंदन
बेकेनहैम काउंटी ग्राउंड के हेड पिच क्यूरेटर जोश मार्डेन ने एक बड़ा खुलासा टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और टीम मैनेजमेंट को लेकर किया है। जोश मार्डेन ने बताया है कि हेड कोच गंभीर और मैनेजमेंट ने उनको इंग्लैंड के बहुप्रतीक्षित दौरे की तैयारियों के संबंध में मैसेज दिया था कि उन्हें एक अच्छी पिच चाहिए। 20 जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड में कर रही है।
भारतीय टीम ने साउथ ईस्ट लंदन के बेकेनहैम में एक ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया है, जहां वे अपने बल्लेबाजी दिग्गजों विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना पहली द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज के लिए अपनी तैयारियों को पुख्ता कर रहे हैं, जिससे एक नए युग की शुरुआत हो रही है। रेवस्पोर्ट्ज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेनिंग के लिए पिच क्यूरेटर से भारतीय टीम ने एक अच्छी पिच तैयार करने के लिए कहा है।
मार्डेन ने बताया, "हां, गौतम गंभीर और अन्य कोचिंग स्टाफ ने अपनी आंतरिक बैठक के बाद हमसे बात की। उनका संदेश स्पष्ट था, 'हमें एक अच्छी पिच चाहिए।' बहुत सपाट या बहुत हरी नहीं, बल्कि कुछ ऐसी जो वास्तव में मैच की तैयारी में मदद करे। वे अधिक रीयलिस्टिक कंडीशन्स चाहते थे, ना कि केवल बल्लेबाजी अभ्यास। इसलिए हमने कुछ चीजों को ए़डजस्ट किया। घास का कवर, नेट की चौड़ाई और लेंथ का विस्तार। इसके बाद से फीडबैक अच्छा रहा है।"
पिच क्यूरेटर ने आगे बताया, "यहां की मिट्टी स्वाभाविक रूप से बल्लेबाजों के अनुकूल है, इसलिए देखने में विकेट सूखी या सपाट लग सकती है, लेकिन हम घास के डेनसिटी को मैनेज करते हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया द्वारा वर्तमान में उपयोग की जाने वाली पिचों में हमारी सामान्य सफेद गेंद वाली सतहों की तुलना में थोड़ी अधिक घास है। यह एक सूक्ष्म संतुलन है। भूरे रंग की सतह के साथ भी, अगर आप सही लंबाई पर गेंद डालते हैं, तो इसमें तेज गेंदबाजों के लिए पर्याप्त जान होती है।"