नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम पर मुल्लांपुर (चंडीगढ़) में भारत के खिलाफ दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में धीमी ओवर गति के लिए शुक्रवार को मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। ऑस्ट्रेलिया को बुधवार को दूसरे एकदिवसीय मैच में 102 रन से हार का सामना करना पड़ा, जो रनों के लिहाज से उनकी सबसे बड़ी हार थी।
ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित समय में दो ओवर कम किए थे जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की मैच रेफरी जीएस लक्ष्मी ने उस पर यह जुर्माना लगाया।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के धीमी ओवर गति से संबंधित अनुच्छेद 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर कम करने के लिए मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है। ऑस्ट्रेलिया ने जुर्माना स्वीकार कर लिया है और इसलिए औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।’’
यह आरोप मैदानी अंपायर वृंदा राठी और जननी नारायणन, तीसरे अंपायर लॉरेन एजेनबैग और चौथे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने लगाया था। भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच 3 एकदिवसीय मैचों की सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला शनिवार को खेला जाएगा।
बुधवार को हुए सीरीज के दूसरे मैच की बात करें तो उपकप्तान स्मृति मंधाना ने किसी भारतीय महिला बल्लेबाज का दूसरा सबसे तेज वनडे शतक जड़ा। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 102 रन से करारी शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर भारत के लिये बायें हाथ की बल्लेबाज मंधाना ने 91 गेंद में 117 रन बनाये जिसमे 14 चौके और चार छक्के शामिल थे । उन्होंने अपना शतक सिर्फ 77 गेंद में पूरा किया। जिससे मेजबान टीम ने 292 रन से अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया।
इसके बाद कई कैच छूटने के बावजूद मेजबान टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 40.5 ओवर में 190 रन पर आउट करके बड़ी जीत दर्ज की। इतिहास में यह पहली बार हुआ कि विश्व में दबदबा रखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम कोई वनडे मैच 100 या उससे अधिक रनों से हारी।
इससे पहले मंधाना ने 77 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। भारत की किसी महिला बल्लेबाज के सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है। उन्होंने राजकोट में इस साल जनवरी में आयरलैंड के खिलाफ 70 गेंद में शतक पूरा किया था।