नई दिल्ली
दिल्ली में निजी स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर राजनीतिक विवाद कई दिनों से जारी है. इस संदर्भ में, नेता विपक्ष आतिशी ने एक्स पर दिल्ली की मुख्यमंत्री को चुनौती दी है कि वे निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए तुरंत आदेश क्यों नहीं जारी करतीं. आतिशी ने CM से पूछा है कि वे सभी निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई फीस पर तात्कालिक प्रभाव से रोक लगाने का निर्देश क्यों नहीं देतीं?
रेखा गुप्ता जी: मैं आपको चैलेंज करती हूँ कि आप आज सब स्कूलों की बढ़ी हुई फ़ीस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने का ऑर्डर जारी कीजिए। जब तक स्कूल के खातों का ऑडिट नहीं होता, तब तक बढ़ी हुई फीस लेने पर रोक लगाइए।
आतिशी ने X पर टिप्पणी की, रेखा गुप्ता जी: मैं आपको चैलेंज करती हूँ कि आप आज सब स्कूलों की बढ़ी हुई फ़ीस पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने का ऑर्डर जारी कीजिए.जब तक स्कूल के खातों का ऑडिट नहीं होता, तब तक बढ़ी हुई फीस लेने पर रोक लगाइए. अगर सीएम रेखा गुप्ता जी की प्राइवेट स्कूलों के साथ साँठ-गाँठ है, तो यह ऑर्डर नहीं निकलेगा. अगर साँठ-गाँठ नहीं है, तो आज-के-आज ऑर्डर जारी हो सकता है.
फीस में 60 से 80 फीसद की बढ़ोत्तरी का दावा
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में बीजेपी सरकार के गठन के बाद से निजी स्कूलों के संचालक मनमाने ढंग से फीस में वृद्धि कर रहे हैं. कई स्कूलों ने फीस में 60 से 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. ये निजी संस्थान बढ़ी हुई फीस को शीघ्र जमा करने के लिए बच्चों के माता-पिता पर दबाव बना रहे हैं, और जो माता-पिता फीस जमा करने में असमर्थ हैं, उनके बच्चों के साथ भेदभाव किया जा रहा है.
‘प्राइवेट स्कूल वालों से मिले हैं BJP वाले’
आम आदमी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं. पार्टी का कहना है कि बीजेपी के किसी भी मंत्री या विधायक ने उनकी सहायता के लिए आगे नहीं बढ़ा है. उनका मानना है कि बीजेपी सरकार की मिलीभगत के कारण ही निजी स्कूल इस तरह की मनमानी कर रहे हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को कई अभिभावकों और छात्रों से संवाद किया. इसके बाद उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है. इस वीडियो में वह अधिकारियों को निर्देश देती हैं कि निजी स्कूलों की प्राधिकरण को बुलाया जाए. सीएम रेखा गुप्ता ने अभिभावकों को आश्वासन दिया है कि जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी.