हरदा
अमावस्या के दिन नर्मदा स्नान करने गए तीन युवकों की डूबने से मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे दो युवक गहरे पानी में चले गए थे, जिन्हें बचाने तीसरा युवक गया था।
मृतकों की पहचान 35 वर्षीय लहाड़कुई निवासी रामदास पिता रामनाथ सेजकर, 25 वर्षीय डगावानीमा निवासी देवू उर्फ देवेंद्र पुत्र शिवनारायण जाट तथा 30 वर्षीय भुन्नास निवासी करण पिता महेश जाट के रूप में की गई है। घटना की जानकारी लगने पर घाट पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए।
अमावस्या होने के कारण घाटों पर भीड़… नहीं बचा सका कोई
अमावस्या होने के कारण घाट पर पहले से ही श्रद्धालु स्नान कर रहे थे, लेकिन कोई उन्हें बचा नहीं सका। इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रतिमाह अमावस्या के पहले अधिकारी बैठक कर ग्रामीणों को सुरक्षित स्नान करने की समझाइश देते हैं। इसके बाद भी घटनाएं नहीं थम रही हैं। पहले भी नर्मदा के विभिन्न घाटाें पर लोगों के डूबने की घटनाएं हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि जिस समय लछोरा घाट पर यह घटना हुई तब सुरक्षा की दृष्टि से कोई जवान मौजूद नहीं था। मृतकों के शव भी पानी के अंदर से ग्रामीण बाहर लाते दिखे।
दो डूब रहे थे, बचाने में डूबा रामदास
नहाने के दौरान देवेंद्र और करण गहरे पानी में चले गए। उन्हें बचाने के लिए रामदास पानी में कूद पड़ा। जहां युवक नहा रहे थे, वहां पानी की गहराई अधिक थी। इस कारण तीनों को संभलने का मौका नहीं मिला और डूब गए।
तीनों युवकों के शव पानी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाए जा रहे हैं। घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर टिमरनी एसडीओपी आकांक्षा तलया, करताना पुलिस चौकी प्रभारी सहित पुलिस व होमगार्ड के जवान पहुंचे।