जोधपुर
राहुल गांधी ने सबसे पहले 'वोट चोरी' का मुद्दा उठाया था। अब राजस्थान में आरएलपी जैसे दल भी इस मुद्दे को लेकर सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। 'वोट चोरी' को लेकर अब हनुमान बेनीवाल ने खींवसर में हुए उपचुनाव को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यहां पर हमारा वोट मत ज्यादा है, इसके बाद में भी हमें यहां पर कम वोट मिले। यह विचार का विषय है वोट चोरी का बहुत बड़ा मुद्दा है और अघोषित इमरजेंसी पूरे देश में चल रही है। चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता देखकर लगता है कि चुनाव आयोग दबाव में है।
बेनीवाल बोले- यह इतिहास लिखने वाले कौन हैं?
जाटों के इतिहास को लेकर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि महाराजा सूरजमल ने 80 लड़ाइयां लड़ी सभी के सभी जीतीं थी। महाराजा सूरजमल लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हुए, उनके इतिहास को सही तरीके से नहीं लिखा गया। यह इतिहास लिखने वाले कौन हैं? क्यों गलत लिख रहे हैं? इसकी जांच होनी चाहिए। किसी भी समाज के इतिहास गलत नहीं लिखा जाना चाहिए, जिन समाजों के राजा थे, लेकिन राजा चुरा लिए गए उन समाजों को राजा वापस मिलने चाहिए।
जोजरी नदी को लेकर बालोतरा के जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर बड़ी जीत मिलने को लेकर बेनीवाल बोले कि दुर्भाग्य की बात है कि अभी 9:00 आने वाले थे, लेकिन उन्होंने कहा कि सीनियर आईएएस अधिकारी शिखर अग्रवाल ने उन्हें आने के लिए मना कर दिया। लायन आर्डर को ताक पर रखकर कहा गया कि सुबह देखेंगे। इस कारण से कूच करना पड़ा और कुछ करने के बाद में जिला कलेक्टर दौड़ते हुए आया।
'राजस्थान में अफसरशाही हावी है और मुख्यमंत्री को कोई पूछ नहीं रहा'
जोजरी नदी को बचाना बहुत ही आवश्यक है बड़े-बड़े मंत्रियों ने डीपीआर बनाने के दावे किए लेकिन एक भी पैसा सेंक्शन नहीं हुआ है। दिल्ली की लोकसभा में अभी हम इस मुद्दे को उठाएंगे। इस तरह से चलेगा तो भजनलाल का कनेक्शन जल्द कट जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जोधपुर आने से पहले फायरिंग होना और जाने के बाद भी फायरिंग होना, इस सवाल पर बेनीवाल ने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रदेश में नहीं चल रही है। अफसरशाही हावी है, और जोधपुर में जो अफसर लगाए गए हैं वह सही नहीं हैं।