रायपुर, (media saheb.com) छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के विधायक दल के नेता धरमजीत सिंह ने सदन में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) में 20-21 जनवरी को हुए अग्नि कांड में पांच बच्चों की मौत का मुद्दा उठाया।उन्होंने कहा कि आईसीयू में नवजात बच्चे दम तोड़ रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार की जवाबदेही बनती है। आईसीयू में भर्ती 40 बच्चों के परिजन सकते में हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सिम्स में इलेक्ट्रिशियन का कोई पद नहीं है। इसके पहले भी वहां पर एक अग्निकांड हो चुका है। वहीं पर 500 भर्ती का गोरखधंधा हुआ था। इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि सिम्स में बच्चे दम तोड़ रहे हैं यह कहना उचित नहीं है।
बिलासपुर के कलेक्टर द्वारा प्रेषित जांच प्रतिवेदन के अनुसार विद्युत पैनेल में लूज कनेक्शन के कारण आग लगने की घटना हुई। 40 बच्चों के परिजन सकते में आ गए है यह कहना भी सही नहीं है। उस समय आईसीयू में केवल 20 बच्चे भर्ती थे। उसमें से 10 बच्चे गंभीर हालत में तथा 2 बच्चे अति गंभीर हालत में थे। आग लगने पर सभी बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था । वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पूछा कि क्या लापरवाही के कारण हुई पांच शिशुओं की मौत पर उनके परिवारों को मुआवजा राशि दी जाएगी।उन्होंने कहा कि मशीन खरीदी गई लेकिन अग्निशमन यंत्र को अपडेट क्यों नहीं किया गया था। इस पर टी एस सिंहदेव ने कहा कि स्वाभाविक मौत है इसके लिए मुआवजे की कोई व्यवस्था नहीं है। इस पर सभी ने कड़ा विरोध जताया।(हि.स.)।