कोलंबों, (mediasaheb.com ) देश में बड़े पैमाने पर हुए आत्मघाती हमले के बाद श्रीलंकाई सरकार ने सोमवार मध्यरात्रि से देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा की है। जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह विशेष कदम उठाया गया है। यह जानकारी सोमवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। सरकार की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, आपातकाल लागू किए जाने से देश की तीन सेनाओं को जनता की सुरक्षा के लिए कुछ विशेष अधिकार मिलेंगे। समाचार पत्र खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रैफिक की समस्या को खत्म करने के लिए दो दिन का अवकाश भी घोषित किया गया है। इससे पहले रविवार को इलाके में कर्फ्यू भी लगाया गया था जो हटा लिया गया है, लेकिन राजधानी कोलंबो में सोमवार कोरात का कफ्र्यू लगाया गया है। इस बीच सुरक्षा बलों ने रविवार को हुए आत्मघाती हमलों से जुड़े 24 संदिग्ग्धों को गिरफ्तार किया है।
अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना हमले के समय देश में नहीं थे। वह सिंगापुर के दौरे पर थे। वह रविवार देर रात स्वदेशलौट आए। उन्होंने सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे भी शामिल होंगे। समाचार प। डेली मिरर के मुताबिक, स्वचलित हथियारों से लैस जवानों को प्रमुख होटलों और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के बाहर और परिवहन केंद्रों पर किया गया है। इस बीच जिन लोगों ने एयरपोर्ट पर रात बिताई है, वे धीरे-धीरे अपने घरों की ओर रुख कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सरकार ने सोशल मीडिया साइट्स जैसे कि फेसबुक, व्हाट्स एप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने सोमवार को यह मान लिया है कि सरकार के पास पहले से जानकारी थी कि किसी छोटे से इस्लामिक संगठन द्वारा चर्च पर हमले हो सकते हैं, लेकिन मंत्रियों को इस बारे में कुछ नहीं बताया गया। विदित हो कि श्रीलंका में रविवार को एक के बाद एक हुए धमाके में 290 लोगों की जान चली गई थी और 500 घायल हो गए थे। इस हमले में 32 विदेशियों की भी मौत हो गई है जिनमें छह भारतीय भी शामिल हैं। इनके अलावा मृतकों में चीन, बांग्लादेश और पश्चिमी देशों के नागरिक भी शामिल हैं। हि.स.