आरोपित की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को केस सुलझाने में मिली बड़ी मदद प्रधानाचार्य के आदेश पर जिंदा जलाया गया कांड के आरोपित 17 में से 15 गिरफ्तार नुसरत के परिजनों से मिलीं पीएम कहा-नुसरत की हत्या में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को सजा मिलेगी
ढाका, (mediasaheb.com) बांग्लादेश में मदरसा में पढ़ने वाली 19 वर्षीय नुसरत जहां रफी की मौत के बाद भी मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है। पुलिस ने कांड के एक प्रमुख आरोपित को शुक्रवार को जब गिरफ्तार किया तो कांड में कई रहस्य सामने आये | आरोपित 17 में से अबतक 15 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं जिसमें अब भी दो आरोपित पकड़ से बाहर हैं | पकड़े गए लोगों में सात लोग सीधे तौर पर हत्या में शामिल थे। इनमें दो छात्र भी थे, जिन्होंने हेडमास्टर को रिहा कराने के लिए प्रदर्शन किया था। पुलिस ने हेडमास्टर को भी गिरफ्तार कर लिया है | साथ ही नुसरत की आपबीती सुनाने वक्त उसकी रिकॉर्डिंग करने वाले पुलिसकर्मी को उसके पद से हटाकर दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया है। पुलिस को हाथ लगे वीडियो, जो मरने से पहले नुसरत के बयान के हैं, में नुसरत ने कहा है कि प्रधानाचार्य के आदेश पर उसे जिंदा जला दिया गया था | उसका दोष सिर्फ इतना था कि उसने अपना यौन शोषण होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। और फिर प्रधानाचार्य के कहने पर शिकायत को वापस भी नहीं लिया था | इधर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नुसरत के परिवार से ढाका में मुलाकात की और परिजनों को आश्वासन दिया कि नुसरत की हत्या में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को सजा मिलेगी। हर दोषी पर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी |
उल्लेखनीय है कि 19 वर्षीय नुसरत जहां रफी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। नुसरत ने अपने प्रधानाचार्य के खिलाफ यौन शोषण करने का केस पुलिस में केस दर्ज कराया था जिसके बाद उसे पिछले दिनों उसकी मदरसा की छत पर ले जाकर जिंदा जला दिया गया। बुरका पहने कुछ युवकों ने उसे जिन्दा जला दिया था जिसके बाद 10 अप्रैल को उसकी मौत इलाज के दौरान हो गयी थी | पुलिस ने बताया कि इस मामले में दोषी 17 लोगों में से गिरफ्तार पांच युवक उसकी कक्षा के विद्यार्थी हैं जिन्होंने जलाने से पहले उसे बांधा था। इस मामले की जांच कर रहे वरीय पुलिस अधीक्षक मोहम्मद इकबाल ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानाचार्य ने नुसरत पर केस को वापस लेने के लिए दबाव बनाने को कहा था और न कि जान से मार देने के आदेश दिए थे। उल्लेखनीय है कि नुसरत सही समय पर भागने में कामयाब रही जिससे आग का प्रभाव उसके हाथों और पैरों पर ही ज्यादा हुआ था ।
शरीर 80 फीसदी जल गया था जिसके कारण 10 अप्रैल को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मरने से पहले उसके परिवार के लोगों ने दोषी प्रधानाध्यापक के खिलाफ वीडियो बनाया था जिसमें नुसरत बार-बार प्रधानाध्यापक पर दोष लगा रही थी । उसने कुछ लोगों के नाम भी लिए हैं। वीडियो में नुसरत ने कहा था कि साथ पढ़ने वाली एक लड़की ही उसे झूठ बोलकर छत पर ले गयी थी जहाँ बुरका पहने लड़कों ने मुझे केस वापस लेने के लिए कहा था | केस वापस लेने से मना कर देने के बाद ही उन लड़कों ने पकड़कर जबर्दस्ती मेरे शरीर पर किरासन दल दिया और फिर आग लगा दी थी |(हि.स.)।