रायपुर, (media saheb.com) संपूर्ण विश्व में गूंजेगा भारत का शंखनाद और भारत बनेगा विश्व गुरू। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल महामहिम सुश्री अनुसूईया उइके ने छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, रायपुर द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार ‘‘Global Dimension of Indian Knowledge and Culture’’ के समापन सत्र् में यह विचार व्यक्त किये।
इस वेबिनार में एक अनोखा विश्व कीर्तिमान स्थापित हुआ जिसे गोल्ड़न बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड द्वारा प्रमाणित कर प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। यह वेबिनार प्रात 06ः00 बजे से रात्रि 09ः00 बजे तक 15 घंटो तक निरंतर चलता रहा तथा इसमें छत्तीसगढ़ में स्थापित सभी 15 निजी विश्वविद्यलयों के कुलाधिपतियों, कुलपतियों एवं कुलसचिवों द्वारा अपने-अपने विश्वविद्यालय के विषय में प्रस्तुति दी गयी। तथा सभी विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। इस वेबिनार में भारत की 15 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियांे तथा अनेक मूर्धन्य विद्वानों ने निजी विश्वविद्यालयों की प्रस्तुति का गहनता पूर्वक अध्ययन कर उनके समग्र विकास हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अनूठा वेबिनार की रूपरेखा छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष महामहोपध्याय डाॅ. शिव वरण शुक्ल द्वारा तैयार की गयी तथा इसे सफल बनाने में छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के सदस्य अकादमिक डाॅ. उमेश कुमार मिश्रा, अंशकालिक सदस्या डाॅ. सरिता सिन्हा एवं सचिव डाॅ. मनीषा शुक्ला तथा विनियामक आयोग के अन्य सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का सहयोग रहा।
सभी निजी विश्वविद्यालयों ने वेबिनार में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। तथा अपने-अपने विश्वविद्यालय की प्रवृत्ति रिर्पोट प्रस्तुत की तथा कोविड काल के दौरान ऑनलाईन टीचिंग की चुनौतियों तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गयी
सभी शिक्षाविदों ने विचार व्यक्त किये कि विश्वविद्यालयों को आदिवासी संस्कृति और राज्य से संबंधित कलाओं को बढ़ावा देना चाहिए, स्थानीय छात्रों के संचार कौशल को मजबूत करना चाहिए, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, छत्तीसगढ़ी जैसे देशी भाषाओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, विश्वविद्यालय में संस्कृत और योग पढ़ाया जाना चाहिए, प्रत्येक विश्वविद्यालय को अपने छात्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देना चाहिए, छात्रांे और संकायों के बीच शोध एवं पेटेंट और शोध कार्य के प्रकाशन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, छात्रों की रोजगार क्षमता में सुधार के लिए विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ गठजोड़ करना चाहिए, छात्रों के बीच भारतीय नैतिकता और कला को बढ़ावा देना चाहिए, ग्रामीण साक्षरता के स्तर में सुधार के लिए विश्वविद्यालय को गांवों को गोद लेना चाहिए, विश्वविद्यालय को विदेशी छात्रों को सकल नामांकन रेडियो में सुधार के लिए आकर्षित करना चाहिए और साथ ही यह स्थानीय छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों के साथ सामना करने का अवसर प्रदान करेगा, उद्योग की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम में सुधार किया जाना चाहिए, छात्रों को राज्य और केंद्र सरकार से संबंधित परीक्षा में सफल होने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की संख्या की व्यवस्था की जानी चाहिए, इंजीनियरिंग और अन्य तकनीकी विषयों में इस्तेमाल होने के लिए हिंदी की शब्दावली में सुधार किया जाना चाहिए
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कीर्तिचक्र प्राप्त डाॅ. अजीत डोभाल मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। किंतु अपरिहार्य कारणों से वे कार्यक्रम में सम्मिलित नही हो पायें। उन्होंने पत्र के माध्यम से कार्यक्रम की सफलता हेतु शुभकामानायें प्रेषित की तथा छत्तीसगढ़ की महामहिम राज्यपाल एवं छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग एवं सभी निजी विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्षा सुश्री अनुसूईया उइके जी की अध्यक्षता में वेबिनार अत्यंत गरिमायी रूप से संपन्न हुआ तथा इसे गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड मेें ‘‘विश्व के सबसे लंबे चलने वाले वेबिनार जिसमें सर्वाधिक कुलपति सम्मिलित हुए’’ का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।