बैंकाक, (mediasaheb.com) थाईलैंड में रविवार को संसदीय चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। देश में साल 2014 में हुए तख्तापलट के बाद पहली बार आम चुनाव हो रहा है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, पहले चुनाव और मतदान को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं था, लेकिन जब राजा ने अच्छे नेता का समर्थन करने की अपील की तो चुनावी सरगर्मी तेज हुई। हाल यह था कि देश के सभी समाचार चैनल थाई राजा के बयान को बार – बार प्रसारित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि थाईलैंड में संविधानिक राजतंत्र है और महल को राजनीति से उपर माना जाता है। हालांकि राजा के पास अभेद शक्ति है और उनकी आलोचना नहीं की जा सकती है।
ऐसा करने से रोकने के लिए मानहानि कानून भी बनाया गया है। रविवार को हो रहे मतदान में राजा समर्थक पार्टी जंता और अरबपति पूर्व प्रधानमंत्री शिनावात्रा से जुड़़ी पार्टी का मुकाबला है। इस बार देश में लाखों युवा मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। उधर, सत्ताधारी जंता द्वारा बनाए गए चुनाव कानून के मद्देनजर राजनीतिक नेता यह मानकर चल रहे हैं कि संसदीय चुनाव में किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा। बावजूद इसके मतदाताओं में भारी उत्साह है और वे जोर शोर से मतदान कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि थाइलैंड में 5.1 करोड1 मतदाता हैं जिनमें 70 लाख पहली बार मतदाता बनें हैं और उनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच है। (हि.स.)।