वाशिंगटन, (mediasaheb.com ) अमेरिका और चीन के बीच चल रही करोबारी जंग से चीन स्थित अमेरिकी कंपनियों को काफी परेशानी हो रही है। यही वजह है कि कई अमेरिकी कंपनियां भारत में अपनी यूनिट लगाने पर विचार कर रही हैं। उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के बाद चीन को छोड़कर कई बड़ी अमेरिकी कंपनियां भारत आ सकती है। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। विदित हो कि अगर अमेरिकी कंपनियां भारत में निवेश करती है तो इसका सीधा लाभ भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि जितनी ज्यादा कंपनियां होंगी उतनी ज्यादा नौकरियां होगी। वहीं, भारतीय रुपये मजबूत होंगे।
ऐसे में विदेशों से माल खरीदना सस्ता हो जाएगा और देश में महंगाई कम हो जाएगी। एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल ने कहा कि ये कंपनियां भारत में यूनिट लगाएंगी तो पहले वे डॉलर बेचकर रुपया खरीदेंगी। लिहाजा भारतीय रुपये में मजबूती आएगी और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ेगा। ऐसे में देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा शेयर बाजार में तेजी आने से म्युचूअल फंड में ज्यादा रिटर्न मिलेंगे। (हि.स.)