नई दिल्ली .(mediasaheb.com) गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सूबे में नए मुख्यमंत्री को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा ने देर रात अपने विधायक दल की बैठक बुलाई ताकि नए मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चयन हो सके लेकिन दोनों ही पार्टियों में आम सहमति नहीं बन पाई है। इस बीच आज भाजपा और कांग्रेस ने राज्यपाल के समक्ष अपनी- अपनी सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
तेजी से बदल रहे घटनाक्रम के बीच गोवा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा है कि आज अगले कुछ घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री के नाम पर हम फैसला कर लेंगे। मनोहर पर्रिकर का आज शाम पांच बजे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। आज पर्रिकर की पार्थिव देह को भाजपा कार्यालय से लगभग तीन किमी दूर कला अकादमी लाया गया, जहाँ आम जनता उनको श्रद्धांजलि अर्पित करेगी। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के भी जल्द ही गोवा पहुंचने की उम्मीद है। पर्रिकर के निधन के घंटों बाद गोवा में राजनीतिक अनिश्चितता जारी है, क्योंकि भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन अगले मुख्यमंत्री के नाम पर आम सहमति नहीं बना सका है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी, जो रविवार रात पणजी पहुंचे, ने सभी गठबंधन सहयोगियों और भाजपा विधायकों से गतिरोध को हल करने के लिए बात की। हालांकि बैठक के विवरण को सार्वजनिक नहीं किया गया है।
डिप्टी स्पीकर माइकल लोबो ने इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों को बताया कि महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के नेता सुदीन धवलीकर ने गोवा के अगले मुख्यमंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की थी। इस बीच गोवा विधानसभा के अध्यक्ष प्रमोद सावंत का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए आज दोपहर बाद तेजी से चर्चा में आया है। उधर, कांग्रेस ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को आज एक ताजा पत्र लिखकर सूबे में सरकार बनाने का दावा किया है। पत्र में तर्क दिया गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में गठबंधन के सहयोगियों ने केवल उस गठबंधन के लिए सहमति व्यक्त की थी जिस सरकार का नेतृत्व पर्रिकर कर रहे थे। कांग्रेस ने लिखा है कि इसलिए मौजूदा समय में अब भाजपा के साथ कोई और सहयोगी नहीं है।
इसलिए अब कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए। गौरतलब है कि गोवा में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं। भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन, कांग्रेस से सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते के इस्तीफा देने के चलते सूबे में अब 36 विधायक ही बचे हैं। सोप्ते और शिरोडकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इसके चलते कांग्रेस पर अब 16 की बजाय 14 विधायक ही बचे हैं, जबकि भाजपा के पास 12 विधायक हैं। हालांकि भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन और एनसीपी के एक विधायक के अलावा एक निर्दलीय का भी समर्थन हासिल है। इस तरह भाजपा के पास कुल 20 विधायकों का समर्थन है। हि.स