नई दिल्ली, (mediasaheb.com)। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को अपने बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धांजलि दी है। एक ट्वीट में महान भारतीय क्रिकेटर ने आचरेकर का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “गुरु वह है जो छात्र में अज्ञानता के अंधकार को दूर करता है। आचरेकर सर का धन्यवाद कि गुरु बने और मेरा मार्गदर्शन कर मुझे वह बनाया जो आज मैं हूं।”
द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित आचरेकर ने तेंदुलकर और विनोद कांबली को दादर के शिवाजी पार्क में प्रशिक्षित किया है। इस वर्ष जनवरी में 87 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था। आचरेकर की मृत्यु के बाद, तेंदुलकर ने कहा कि उनके बचपन के कोच ने उनके क्रिकेटिंग करियर की नींव रखी थी। तेंदुलकर ने कहा कि उनके कई छात्रों की तरह, मैंने सर के मार्गदर्शन में क्रिकेट की एबीसीडी सीखी। मेरे जीवन में उनके योगदान को शब्दों में कैद नहीं किया जा सकता। उन्होंने उस नींव का निर्माण किया, जिस पर मैं खड़ा हूं।
बता दें कि सचिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं। सचिन ने एकदिनी क्रिकेट में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं। (हि.स.)